गुरुत्वाकर्षण बल किसे कहते हैं, नियम, सूत्र, गुरुत्व केन्द्र, गुरुत्वीय क्षेत्र, गुरुत्वीय त्वरण (g)

गुरुत्वाकर्षण का सार्वत्रिक नियम क्या है. गुरुत्वाकर्षण बल किसे कहते हैं, गुरुत्वाकर्षण का सूत्र. गुरुत्वाकर्षण प्रश्न उत्तर, गुरुत्वाकर्षण बल किसके बीच लगता है. पृथ्वी का गुरुत्वाकर्षण बल कितनी ऊंचाई तक है. गुरुत्वाकर्षण ncert, गुरुत्वाकर्षण बल class 9th.

गुरुत्वाकर्षण बल किसे कहते हैं

ब्रह्माण्ड में स्थित सभी द्रव्यमान युक्त पिण्ड एक दूसरे को अपनी ओर आकर्षित करते हैं। अपने द्रव्यमान के कारण इन पिण्डों द्वारा अन्य पिण्डों पर आरोपित यह आकर्षण गुरुत्वाकर्षण बल (Gravitational Force) कहलाता है तथा पिण्डों की यह प्रवृत्ति गुरुत्वाकर्षण कहलाती है। यह बल इतना क्षीण (Weak) होता है कि, अधिकांश मामलों में इसका मापन लगभग असम्भव है।

ब्रह्माण्ड के अन्य पिण्डों के समान पृथ्वी भी अन्य सभी पिण्डों पर गुरुत्वाकर्षण बल आरोपित करती है, जिसे गुरुत्व (Gravity) कहा जाता है।

गुरुत्वाकर्षण बल का सूत्र

गुरुत्वाकर्षण का सूत्र,

F = \frac{Gm1m2}{r^{2}}

गुरुत्वाकर्षण एवं गुरुत्व के उदाहरण

(1) सूर्य एवं अन्य ग्रहों के गुरुत्वाकर्षण के कारण ही सभी गृह लगभग वृत्ताकार एवं निश्चित कक्षाओं में सूर्य की परिक्रमा करते हैं।

(2) पृथ्वी के गुरुत्व के प्रभाव से ही वर्षा की बूंदें नीचे गिरती हैं ऊपर की ओर फेंकी गई वस्तुएँ पुनः पृथ्वी पर वापस आती हैं, वस्तुएँ अथवा व्यक्ति हवा में तैरने के स्थान पर भूमि पर स्थिर रह पाते हैं तथा नियंत्रित रूप से गति कर पाते हैं।

(3) पृथ्वी के गुरुत्व एवं चन्द्रमा के गुरुत्वाकर्षण के कारण ही चन्द्रमा एक निश्चित कक्षा में पृथ्वी की परिक्रमा करता है।

(4) सूर्य, चन्द्रमा एवं पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण की अंतक्रिया के कारण पृथ्वी पर स्थित समुद्रों में ज्वार-भाटा (Tides) आते हैं।

गुरुत्व केन्द्र क्या है

किसी वस्तु का वह केन्द्र, जहाँ वस्तु का सम्पूर्ण भार कार्य करता है और जहाँ से जाने वाली उर्ध्वाधर रेखा उसके तल से होकर गुजरती है गुरुत्व केन्द्र कहलाता है।

पीसा की झुकी मीनार गुरुत्व केन्द्र का ही अनुप्रयोग है। पीसा की मीनार झुकी होने के बाद भी खड़ी है क्योंकि उसके गुरुत्व केन्द्र से होकर जाने वाली रेखा तल के अन्दर से होकर जाती है।

गुरुत्वीय क्षेत्र किसे कहते हैं

किसी पिण्ड के चारों ओर स्थित वह सम्पूर्ण क्षेत्र जिसमें उस पिण्ड के गुरुत्वाकर्षण बल का अनुभव किया जा सके, उस पिण्ड का गुरुत्वीय क्षेत्र कहलाता है।

गुरुत्वीय क्षेत्र की तीव्रता

किसी पिण्ड के गुरुत्वीय क्षेत्र में किसी बिन्दु पर स्थित एकांक द्रव्यमान वाले पिण्ड पर कार्यरत बल की मात्रा को उस पिण्ड के गुरुत्वीय क्षेत्र की तीव्रता कहा जाता है। इसे I से दर्शाया जाता है तथा इसका मात्रक न्यूटन/किग्रा. है।

गुरुत्वीय त्वरण किसे कहते हैं

पृथ्वी की ओर स्वतंत्र रूप से गिरती हुई सभी वस्तुओं में पृथ्वी के गुरुत्वीय बल के कारण एक त्वरण उत्पन्न होता है जिसे गुरुत्वीय त्वरण कहते हैं अर्थात् पृथ्वी पर स्वतंत्र रूप से गिरती हुयी किसी वस्तु के वेग में होने वाली वृद्धि गुरुत्वीय त्वरण कहलाती है। इसे g से प्रदर्शित किया जाता है।

गुरुत्वीय त्वरण वस्तु के रूप, आकार तथा द्रव्यमान पर निर्भर नहीं करता है। g का मान भिन्न-भिन्न ग्रहों, उपग्रहों एवं आकाशीय पिण्डों के लिये भिन्न-भिन्न है। पृथ्वी की सतह से ऊपर अथवा नीचे की ओर जाने पर g का मान घटता है।

गुरुत्वीय विभव किसे कहते हैं

गुरुत्वीय क्षेत्र के किसी बिन्दु पर गुरुत्वीय विभव कार्य की वह मात्रा है जो एकांक द्रव्यमान (1 किग्रा.) के किसी पिण्ड को अनन्त से उस बिन्दु तक लाने में करना पड़ता है। यह कार्य गुरुत्वीय क्षेत्र द्वारा किया जाता है।

माना, m द्रव्यमान के किसी पिण्ड को अनन्त से गुरुत्वीय क्षेत्र के किसी बिन्दु तक लाने में w कार्य प्राप्त होता है तब गुरुत्वीय क्षेत्र में स्थित इस बिन्दु पर गुरुत्वीय विभव का मान निम्नलिखित होगा-

V = w/m जूल/किग्रा.

गुरुत्वीय विभव सदैव ऋणात्मक होता है, क्योंकि यह कार्य करना नहीं पड़ता है बल्कि गुरुत्वीय क्षेत्र के द्वारा किए जाने के कारण यह कार्य प्राप्त होता है। यह एक अदिश राशि है।

गुरुत्वाकर्षण प्रश्न उत्तर

गुरुत्वाकर्षण बल का सूत्र?

F = Gm1m2 / r2

गुरुत्वाकर्षण नियम के प्रतिपादक हैं?

न्यूटन

G का मान?

G = 6.67 × 10 -11 न्यूटन×मी.2/किग्रा.2

g का मान?

g का मान 9.81 मी./से होता है।

G और g में क्या अंतर है?

G गुरुत्वाकर्षण नियतांक को प्रदर्शित करता है तथा g गुरुत्वीय त्वरण को प्रदर्शित करता है.


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