कार्यफलन किसे कहते हैं
इलेक्ट्रॉनों को धातु पृष्ठ से बाहर निकालने के लिये एक निश्चित न्यूनतम ऊर्जा की आवश्यकता होती है। इस न्यूनतम ऊर्जा को धातु का ‘कार्य-फलन‘ कहते हैं।
प्रकाश विद्युत प्रभाव की विस्तृत व्याख्या आइंस्टीन एवं मिलिकन ने की। प्रकाश विद्युत प्रभाव की सफल व्याख्या के लिये आइंस्टीन को वर्ष 1921 का भौतिकी का नोबेल पुरस्कार दिया गया था।
नोटः प्रकाश-विद्युत सेल, प्रकाश विद्युत प्रभाव पर ही आधारित होते हैं। ऐसे सेल प्रकाश ऊर्जा को विद्युत ऊर्जा में परिवर्तित करते हैं। इनका प्रयोग सौर ऊर्जा से विद्युत उत्पादन में किया जाता है जैसे-कृत्रिम उपग्रहों में विद्युत ऊर्जा के लिये, सौर पैनल द्वारा।