द्रव्यमान तथा भार क्या है और इन दोनों में क्या अंतर है | dravyaman in hindi

द्रव्यमान किसे कहते हैं

किसी पिण्ड अथवा कण में उपस्थित पदार्थ की मात्रा उस पिण्ड का द्रव्यमान कहलाती है। द्रव्यमान पदार्थ का सर्वाधिक आधारभूत गुण है तथा एक आधारभूत भौतिक राशि है। किसी पिण्ड का द्रव्यमान कभी भी शून्य नहीं हो सकता है। द्रव्यमान एक अदिश राशि है, जिसका SI मात्रक किलोग्राम (Kg) है।

सामान्यतः किसी पिण्ड का द्रव्यमान कभी भी परिवर्तित नहीं होता है परन्तु नाभिकीय अभिक्रियाओं के दौरान जब किसी पदार्थ की अत्यंत सूक्ष्म मात्रा वृहत् ऊर्जा में परिवर्तित होती है तब उस पदार्थ के द्रव्यमान में कुछ कमी आती है।

भार किसे कहते हैं

पृथ्वी द्वारा किसी वस्तु को अपने केन्द्र की ओर आकर्षित करने के लिए उस पर लगाया गया गुरुत्वाकर्षण बल वस्तु का भार कहलाता है। भार एक सदिश राशि है जिसका SI मात्रक न्यूटन है। माना m किग्रा. द्रव्यमान की कोई वस्तु पृथ्वी से एक निश्चित ऊँचाई से मुक्त रूप से गिरायी जाए तो-

पृथ्वी की ओर स्वतंत्र रूप से गिरती हुई वस्तु का भार = वस्तु पर पृथ्वी द्वारा आरोपित आकर्षण बल

w = G Mem/r2

जहाँM = पृथ्वी का द्रव्यमान,  m = वस्तु का द्रव्यमान, r = पृथ्वी के केन्द्र से पिण्ड की दूरी, G= गुरुत्वाकर्षण नियतांक.

किसी वस्तु का भार (w), उस वस्तु के द्रव्यमान (m) तथा पृथ्वी के गुरुत्वीय त्वरण (g) के गुणनफल के बराबर होता है- W = mg

यद्यपि, वस्तु का द्रव्यमान (m) सदैव एक समान रहता है परन्तु वस्तु के स्थान में परिवर्तन के साथ पृथ्वी के केन्द्र से उसकी दूरी में परिवर्तन होता है परिणामस्वरूप, गुरुत्वीय त्वरण का मान भी परिवर्तित होता है। इसलिए वस्तु का भार स्थान के सापेक्ष परिवर्तनशील होता है। पृथ्वी के केन्द्र पर गुरुत्वीय त्वरण (g) का मान शून्य होगा इसलिए वस्तु का भार भी शून्य हो जाएगा।

यदि कोई व्यक्ति पृथ्वी पर विषुवत रेखा पर खड़ा है तो पृथ्वी के केन्द्र से उसकी दूरी ध्रुवों की अपेक्षा अधिक होगी। इसलिए उसका भार विषुवत रेखा पर कम तथा ध्रुवों पर अधिक होगा।

द्रव्यमान तथा भार में अन्तर

(1) किसी वस्तु में निहित कुल द्रव्य की मात्रा वस्तु का द्रव्यमान कहलाती है जबकि जिस गुरुत्वीय बल से पृथ्वी किसी वस्तु को अपने केन्द्र की ओर खींचती है, वह वस्तु का भार कहलाता है।

(2) किसी वस्तु का द्रव्यमान सभी स्थानों पर एक समान रहता है जबकि वस्तु का भार भिन्न-भिन्न स्थानों पर भिन्न-भिन्न होता है।

(3) द्रव्यमान एक अदिश राशि है जबकि  भार एक सदिश राशि है।

(4) द्रव्यमान का मापन भौतिक तुला द्वारा किया जाता है जबकि भार का मापन कमानीदार तुला (Spring Scale) द्वारा किया जाता है।

(5) किसी स्थान पर g का मान शून्य होने पर भी द्रव्यमान परिमाण अपरिवर्तित रहता है जबकि  g का मान शून्य होने पर वस्तु का भार शून्य हो जाता है।

द्रव्यमान  भार 
अदिश राशि है सदिश राशि है
मापन भौतिक तुला मापन कमानीदार तुला
द्रव्यमान सभी स्थानों पर एक समान भार भिन्न-भिन्न स्थानों पर भिन्न-भिन्न

 

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