सम्बन्ध बोधक अव्यय किसे कहते है उदाहरण सहित | Sambandhbodhak avyay

सम्बन्ध बोधक अव्यय किसे कहते हैं

परिभाषा वे अव्यय शब्द जो किसी संज्ञा या सर्वनाम के साथ मिलकर उसका सम्बन्ध वाक्य के दूसरे शब्दों से बताते हैं, उन्हें सम्बन्ध बोधक अव्यय कहते हैं। जैसे- (i) खुशी के मारे वह पागल हो गया।
(ii) बालक चाँद की ओर देख रहा था।
(iii) मेरे घर के आगे बस स्टॉप है।
(iv) भाई के बिना गीता का दिल नहीं लगता।
(v) सीता के पिता अध्यापक हैं।
(vi) शीला का भाई ग्वालियर गया
(vii) रेल के इंजन में खराबी है।

इन सभी वाक्यों में रंगीन शब्द है वे सभी सम्बन्धबोधक हैं क्योंकि ये वाक्य के अन्य शब्दों से सम्बन्ध प्रकट करते हैं।

सम्बन्ध बोधक अव्यय के भेद

1. क्रिया विशेषणात्मक सम्बन्ध बोधक – जो अव्यय क्रिया विशेषण और सम्बन्ध बोधक का कार्य करते हैं उन्हें क्रिया विशेषणात्मक सम्बन्ध बोधक कहते हैं। जैसे- राजू शमीम से धीरे चलता है।
राघव उसके पीछे लगा है।
छत पर बैठो। यहाँ धीरे‘, ‘पीछे‘ तथा ‘पर‘  का राजू, उस, शमीम तथा कमरे से सम्बन्धित है।

क्रिया विशेषण और सम्बन्ध बोधक में अंतर

यदि ‘अव्यय‘ किसी क्रिया की विशेषता बताने के साथ किसी संज्ञा या सर्वनाम से सम्बन्ध रखता है तब सम्बन्धवाचक कहलाता है। अन्यथा क्रिया विशेषण।
राधा रागिनी से मधुर गाती है। (सम्बन्ध वाचक)
सुमन मधुर गाती है। (क्रिया विशेषण)

2. करणात्मक– ‘के कारण’, ‘के द्वारा’, ‘के मारे’, ‘के हाथ से’ आदि।
3. सम्प्रदानात्मक– ‘के लिए’, ‘के वास्ते’, ‘के हेतु’, ‘के निमित्त’ आदि।
4. व्यापकता बोधक– से लेकर, तक पर्यंत आदि।
5.संगति बोधक– के साथ।
6. अतिरिक्तता बोधक– के बिना, के अतिरिक्त, के अलावा।
7. तुलनात्मक– की अपेक्षा, की तुलना में, के समान आदि।
8.विकल्पात्मक– के बदले, की जगह आदि।
9. अनुकूल/प्रतिकूलात्मक– के विपरीत, के विरुद्ध, के अनुसार, के अनुकूल।
10. सम्बन्धात्मक– के विषय में।


क्रिया विशेषण अव्यय किसे कहते हैं, उदाहरण

काल किसे कहते हैं, वर्त्तमान काल, भूतकाल, भविष्यतकाल

क्रिया किसे कहते हैं, सकर्मक और अकर्मक क्रिया

विशेषण किसे कहते हैं | विशेषण के भेद,

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