कुलाम का नियम क्या है kulaam ka niyam in hindi.
कुलाम के नियम के अनुसार दो बिंदु आवेशों के बीच लगाने वाला बल आवेशो के परिमाणो के गुणनफल के अनुक्रमानुपाती तथा उनकी बीच की दुरी के वर्ग के व्युत्क्रमानुपाती होता है तथा यह बल दोनों आवेशों को मिलाने वाली रेखा के दिशा में कार्य करता है.
कुलाम के नियम का सूत्र
![kulaam ke niayam ka sutra](https://basicstudy.in/wp-content/uploads/2021/07/kulaam-ka-niyam-aur-sutra-.jpg)
कुलाम के नियम का सूत्र, F=K.q1q2/r2 होता है.
जहाँ,
- F- दोनों आवेशो के बीच लगाने वाला बल है.
- r- दोनों आवेशों के बीच की दुरी
- K- एक नियतांक है जिसका मान 9×109 न्यूटन-मीटर2 प्रति कुलाम2 होता है.
- q1 तथा q2 आवेशित वस्तुओं पर उपस्थित आवेश के परिमाण है.
विद्युत् आवेश का पृष्ट घनत्व किसी चालाक के एक इकाई क्षेत्रफल पर स्थित आवेश की मात्रा होती है.
पृष्ट घनत्व = आवेश / क्षेत्रफल
किसी चालाक का पृष्ट घनत्व चालक के आकर और चालक के नजदीक स्थित किसी अन्य चालाक और विद्युत् रोधी पदार्थों पर निर्भर करता है.